40+स्त्री,,,,,
40+स्त्री,,,,,
जानते हो 40+ उम्र की स्त्रियों के यौवन पर अक्सर लिखा तो गया की इस उम्र की स्त्रियों को चाहिए क्या! .. .
पर कभी पूछा नहीं गया होगा की सत्य में क्या चाहिए. ..
दरअसल 40+ उम्र की स्त्रियों को प्रेम चाहिए होता है. .
हवस या हवसी नहीं. ..
इन्हे साथ चाहिए होता है जो इनके दर्द को समझ सके,,,
इन्हे साथ चाहिए जो इनके भीतर छुपी बच्ची को समझ सके खिलखिला के हस सके ऎसा साथ ढूढ़ती है
घर परिवार की जिम्मेदारीयों की जो पीड़ा है वो खुद अकेले सह रही होती है ढूढ़ती है ऐसा साथ जिसे कह के मन को हल्का कर सके,,
लेकिन कुछ पुरुषों को छोड़ अधिकांश पुरुष
को लगता है कि स्त्रियां बस शरीर की लोभ में रहती जबकि शरीर की जरुरत दोनों की माँग है लेकिन बदनाम स्त्री है .. !!
खैर कुछ पुरुष कभी जान भी नहीं पाएंगे सिवाय आंकलन करने के!
जिस पुरुष ने स्त्री को आत्मिक गहराई तक समझ लिया,वही पुरुष इस संसार में पुरुषत्व रखता है…
शायद इसलिए ही कहा गया है की स्त्रियों में
सारी कलाएं विराजित है जिससे पुरुष कभी जीत नहीं पाएंगे.
आप इस पर अवश्य सोचें।
जरूरी नहीं कि मेरी सभी बातें ठीक हों।
कौन दावा कर सकता है सभी बातों के ठीक होने का।
ऐसा मैं सोचता हूं, वह मैंने कहा। उस पर सोचना।
हो सकता है कोई बात ठीक लगे, तो ठीक लगते ही बात सक्रिय हो जाती है।
न ठीक लगे, बात समाप्त हो जाती है।
मैं कोई उपदेशक नहीं हूं।
मुझे जो ठीक लगता है, वह कह देता हूं, निवेदन कर देता हूं।
डॉ वेद प्रकाश