Search for:
  • Home/
  • आलेख/
  • शक के आधार पर टूटते रिश्ते भाग-4

शक के आधार पर टूटते रिश्ते भाग-4

शक के आधार पर टूटते रिश्ते भाग-4

डॉक्टर वेदप्रकाश
नवादा बिहार
8709871868/8051556455

डॉ वेद प्रकाश के अनुसार पत्नियों में जो पहला अवगुण पाया जाता है वह है ‘बहुत ज्यादा साहस होना’। साहस होना अच्छी बात है लेकिन डॉ वेद के अनुसार स्त्रियां अपने साहस का अमूमन गलत जगह इस्तेमाल कर लेती हैं।

साहस का सही उपयोग नहीं
जैसे ही उन्हें अपने से या जैसी वे परिस्थिति की अपेक्षा करती हैं, उससे प्रतिकूल कुछ दिखाई दे तो वे उसे बदलने के लिए साहस के साथ आगे बढ़ती हैं। वे ये नहीं समझ पातीं कि उनके द्वारा दिखाया गया साहस सही है या नहीं।
डॉ वेद के अनुसार पत्नियों में जो दूसरा अवगुण देखने को मिलता है वह है ‘उनकी निरंतर झूठ बोलने की आदत’। ऐसा नहीं है कि वे पल-पल झूठ बोलती हैं, लेकिन वे बातों को छिपाने के लिए अकसर झूठ का सहारा ले लेती हैं यह सत्य है।
पूर्ण रामायण काल में मंदोदरी ने भी रावण से कई झूठ बोले। कई बार उसने रावण से बातें छिपाई, इतना ही नहीं युद्ध के दौरान मंदोदरी ने दुश्मन का साथ भी दिया।

खुद फंसती हैं

डॉ वेद के अनुसार पत्नियां अकसर झूठ बोलकर खुद भी फंसती हैं और अपने पति को भी दुविधा में डालती हैं। लेकिन सच एक ना एक दिन सामने आ ही जाता है, फिर उन्हें इस बात का पछतावा होता है।

तीसरा अवगुण

डॉ वेद के अनुसार पत्नियों में पुरुषों की तुलना में अधिक चंचलता होती है। उनका मन कभी भी लंबे समय के लिए एक बात पर रुकता नहीं है। कुछ ही समय में वे अपनी ही कही बात पर मन बदल लेती हैं। जिस कारण से परिस्थितियां अस्थिर हो जाती हैं और काबू में नहीं आती।

चौथा अवगुण

डॉ वेद ने पत्नियों के जिस चौथे अवगुण की बात की है वह है ‘उनके माया रचने का अवगुण’। उसके अनुसार यह स्त्रियों की एक कला है, वे जानती हैं कि किस समय क्या करना है ताकि परिस्थिति उनके अनुकूल हो।
स्वार्थी

डॉ वेद के अनुसार स्त्रियां अपने खुद के स्वार्थों को पूरा करने के लिए कई प्रकार की माया रचती हैं। दुनिया उनकी इस माया से बेखबर होती है। अपना काम सिद्ध कराने के लिए महिलाएं क्या-क्या करती हैं, आप सबों के साथ साथ इतिहास भी गवाह है ।

ये है उनका तरीका

डॉ वेद की राय में अपनी बात मनवाने के लिए स्त्रियां रूठती है, रुष्ट होने का नाटक करती हैं, कई बार प्रलोभन देती हैं और साथ ही जब जरूरत पड़े तो कार्य सिद्ध कराने के लिए सामने वाले व्यक्ति को हर तरीके से मनाती भी हैं। लेकिन अंत में अपना काम करवा लेती हैं।

पांचवां अवगुण
डॉ वेद ने पत्नियों के जिस पांचवे अवगुण की बात की है वह है ‘उनका डरपोक होना’। स्त्रियां बहुत जल्दी घबरा जाती हैं, परिस्थिति में यदि वे अचानक बदलाव देख लें तो डर जाती हैं कि आगे क्या होगा।
मंदोदरी ने भी कुछ ऐसा ही बर्ताव किया। जब उसे मालूम हुआ कि श्रीराम, जो स्वयं शिव जी के परम भक्त हैं, वे रावण से युद्ध करने के लिए लंका पहुंच गए हैं तो उसे अपने पति की मृत्यु का भय सताने लगा। और इसी डर के कारण उसने अपने पति को युद्ध ना लड़ने की सलाह दी और अपना बल दिखाने से पहले ही हार मान लेने और क्षमा मांगने के लिए कहा।

बुद्धि की कमी
इसलिए डॉ वेद ने यह कहा कि भले ही स्त्रियां कितनी ही साहसी क्यों ना हो, लेकिन उनके मन में एक भय जरूर होता है। यह भय उनसे अजीबोगरीब कार्य करवाता है, इस भय के कारण उनकी बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है।

छठा अवगुण
‘मूर्खता’… जी हां, डॉ वेद के अनुसार स्त्रियों का छठा अवगुण है उनकी मूर्खता। स्त्रियां भले हे तेज दिमाग वाली हो सकती है, बुद्धिमान भी हो सकती हैं, लेकिन उनमें कई बार अविवेक जैसा अवगुण देखा गया है। जिसके कारण वे बिना सोचे समझे निर्णय ले लेती हैं और बड़ी समस्या में पड़ जाती हैं।

सातवां अवगुण
डॉ वेद के अनुसार स्त्रियों का सातवां अवगुण है ‘निर्दयता’। स्त्रियां दया जरूर करती हैं लेकिन जिस बात पर उन्हें दया ना आए, वे कभी उस पर भविष्य में भी दया नहीं दिखाती। यह उनका हठ ही समझ लीजिए।

आठवां अवगुण
‘अपवित्रता’… माफ कीजिएगा आपको इस बात पर सच में बुरा लग रहा होगा लेकिन डॉ वेद के अनुसार महिलाएं अपवित्र होती हैं। उनमें साफ-सफाई का अभाव होता है।

Loading

Leave A Comment

All fields marked with an asterisk (*) are required