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मेरे बेटे और बेटी को 102 डिग्री बुखार है क्या दावा दे

मेरे बेटे और बेटी को 102 डिग्री बुखार है क्या दावा दे

 

Dr Jyoti Om Prakash :

एक से तीन दिन के अंदर बुखार किस खाई में जाकर गिरेगा आपको पता भी नहीं लगेगा । आपको करना यह है कि सुबह से शाम तक 8 ग्लास जूस पीना है जिसमें चार गिलास मुसम्मी के चार गिलास नारियल के पानी, बाकी कुछ खाना पीना नहीं है। दूसरे दिन भी दो गिलास नारियल पानी, दो गिलास मौसमी का जूस। तीसरे दिन 12:00 बजे तक एक गिलास मौसमी का जूस एक गिलास नारियल पानी। 12:00 बजे के बाद खाना खाइए स्वस्थ मस्त आनंद में रहिए।

नारियल पानी लेने के एक घंटा के बाद मुसम्मी का जूस फिर 1 घंटे के बाद नारियल का जूस फिर एक घंटा के बाद मुसम्मी का जूस इस तरह लेना है और दूसरे दिन एक घंटा नारियल पानी एक घंटा मौसमी का जूस फिर एक घंटा नारियल पानी फिर एक घंटा मौसमी का जूस इस तरह लेने के बाद शाम को आप भरपेट सलाद खाकर सो जाये फिर सुबह आप नारियल का पानी एक घंटा के बाद फिर मौसमी का जूस ले ले।

उसके बाद फिर आप भरपेट सलाद खाएं खीरा टमाटर और उसके बाद 12:00 बजे के बाद आप खाना खा सकते हैं । यह रामबाण इलाज है । और अगर यह नहीं बन पा रहा है तो आप एक सूती कपड़ा लीजिए और उसे चार फोल्ड करिए और पानी में या बर्फ के पानी में उसे गिला करिए और अच्छी तरह निचोड़ लीजिए और पेट पर बांध लिजिए और आधा घंटा बने रहने दीजिए और एक पट्टी गले पर और एक पट्टी माथे पर बांध लीजिए। आधा घंटा में आपका बुखार उतर जाएंगे करके देख लीजिए।

Dr Ved Prakash:

बुखार होने पर ज्यादा मोटे कपड़े नहीं पहनना चाहिए। हमेशा सुती और पतले कपड़े पहने की कोशिश करें, जो आपके पसीने को सोख सके। बुखार होने पर ठंडे पानी में सुती कपड़े को भींगा कर पुरे शरीर को पोछना चाहिए। बुखार होने पर पानी हमेशा उबालकर पीना चाहिए। बुखार होने पर रोगी को ठंडे और शांत वातावरण में आराम करना चाहिए। बुखार में धूम्रपान, कोल्ड ड्रिंक, जंक फूड, या शराब का सेवन कभी नहीं करना चाहिए। बुखार में हल्का और पौष्टिक आहार लेते रहना चाहिए। बुखार में तुलसी के पत्तों का सेवन करना या तुलसी, काली मिर्च, अदरक और नींबू का चाय पीना लाभप्रद होता है। बुखार में आवश्यकता पड़ने पर आप खुद हमारी सहायता टीम को तुरंत कॉल करें। वह आपकी मदद अवश्य करेंगे ।चाहे समय कुछ भी हो रहा हो। नि: संकोच कॉल करें। तेज बुखार के साथ यदि सर्दी, जुकाम, खांसी, बदनदर्द, उल्टी या दस्त हो या बुखार ज्यादा दिनों तक बना रहे या अप-डाउन होता रहे तो किसी अस्पताल में जाकर इलाज जरूर कराएं, क्योंकि ये किसी अन्य बिमारियों के शुरुआती लक्षण भी हो सकते हैं। बुखार होना कोई बीमारी नहीं है बल्कि बुखार होना इस बात का प्रमाण है कि आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छे से काम कर रही है इसलिए बुखार में घबराने की कोई जरूरत नहीं है।

RJ:

अक्सर बुख़ार आने की परिस्थिति में डॉक्टर हमें पूर्ण आराम करने की सलाह देते है, साथ ही वो हमें दवा समय के साथ नियमानुसार खाने को कहते हैं। इसके विपरीत देखा गया है की लोगों में एक आम धरना बन गयी है कि अगर बुख़ार हल्का है और हमने दवा की एक खुराक ले ली है तो अब हमारा बुख़ार उतर जाएगा, किंतु ऐसा है नहीं। अक्सर बुख़ार एक प्रकार के वाइरस इन्फ़ेक्शन की वजह से होता है, और उस वाइरस को खतम करने कि लिए हमें चाहिए की हम आराम के साथ ही अपनी दवा समय पर ले क्योंकि फ़्लू का वाइरस पूर्ण रूप से आपके शरिर से खतम होने में ३-४ दिन का समय लगता है साथ ही वो हमारे इम्यून सिस्टम को काफ़ी कमजोर कर देता है जिसे दोबारा मज़बूत होने में २-१० दिन तक का समय लग सकता है।

 

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