कार्डियक_अरेस्ट
कार्डियक_अरेस्ट
कार्डियक_अरेस्ट… हार्ट अटैक नहीं होता बल्कि हार्ट अटैक से कई गुना भयावह होता है। इसमे आदमी तत्काल मर जाता है। नीचे गिरा और खत्म। गिरने के बाद एक सेकंड में दवाई सुई दे दो सब बेअसर।
अभी जितने भी ऐसे कैसे आ रहे हैं वह सब कार्डियक अरेस्ट के ही हैं।
होता यह है कि हार्ट अटैक में धड़कन बंद होने में थोड़ा समय लगता है जबकि कार्डियक अरेस्ट में धड़कन अचानक बंद ही हो जाता है।
एक सेकंड में धड़कन बंद होगा और दूसरे सेकंड में दिमाग तक खून जाने की प्रक्रिया बंद हो जाती है और आदमी धड़ाम से गिर पड़ता है। धड़कन बन्द ही हो गयी तो अब कुछ भी करने से चालू नहीं होता।
दोस्तों,सारा खेल तो इस कहानी पर है कि पूरे दुनिया में हार्ट अटैक और कार्डियक की बीमारी से जूझने वाले 60% लोग सिर्फ भारत में है।
60% लोग अगर भारत में है तो इसका मतलब है कि बाकी दुनिया के लोग जिस तरह का खान-पान खा रहे हैं हम लोग उससे बहुत ही निकृष्ट खान-पान का सेवन कर रहे हैं। पूरी दुनिया जानती है कि हम लोग सबसे ज्यादा चटोर हैं और सबसे ज्यादा मसाले का सेवन करते हैं।। आपके सामने एवरेस्ट और MDH के मसाले का सच भी सामने आ गया है जिसमें सबसे ज्यादा पेस्टिसाइड भरा हुआ था।
मैंने पहले भी चेताया था कि एल्युमिनियम के बर्तन और, polytetrafluoro ethylene से कोटिंग किए गए नॉन स्टिक बर्तन कई तरह के जहरीले एसिड से साफ किए गए रिफाइंड ऑयल, साथ में 30-32 जहरीले केमिकल से गुजरने के बाद बने चीनी, मार्बल पाउडर से चमकाये गए चावल और दाल,पेस्टिसाइड से सींचे गए अनाज… ,
*दूध के नाम पर जहरीले पाउडर,
ये सब असल कारण है वरना आप सोचिए… आप जानबूझकर थोड़े ही* कुछ गलत चीज बना रहे हैं ?*
आपके घर में आपकी पत्नी कुकर में ही खाना बनाती है क्योंकि वह खुले देगची में बनाने के लिए उतनी देर खड़ा नहीं रहना चाहती और आपको भी इतनी जल्दी मची रहती है कि इंतजार नहीं करना चाहते।
आप चीनी की जगह गुड़,मिश्री, देशी खांड को बकवास समझते हैं। समुद्री नमक की जगह सेंधा नमक प्रयोग ही नहीं करना चाहते। रिफाइंड की जगह सरसों तेल या घी लाना ही नहीं चाहते।
अब इतने तरह के खतरनाक एसिड को आप प्रतिदिन सुबह शाम कंज्यूम कर रहे हो तो कार्डियक अरेस्ट तो आएगा ही।
जो भी अपने स्वास्थ्य का थोड़ा बहुत भी चिंता करते हैं वह इन सब चीजों को ध्यान दें और साथ में 10 से 15 मिनट का अनुलोम विलोम कर लें तो मुझे पूरी उम्मीद है कि कार्डियक अरेस्ट से जरूर बच सकते हैं।