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नीलोफर ( नीलकमल ) का शर्बत :

नीलोफर ( नीलकमल ) का शर्बत :

यह शर्बत पित्त का शमन करता है। सभी प्रकार के पित्त विकारों में, इसका सेवन करने से लाभ मिलता है।

1- घटक द्रव्य और निर्माण ———-
निलोफर ( नील कमल ) के फूल 100 ग्राम , 1 लीटर पानी में भिगोकर रख दें। सुबह उसको उबाल कर, आधा लीटर पानी रहने पर उतार कर, ठंडा होने पर छान लें। एक किलो चीनी मिलाकर, शरबत यथाविधि से , शरबत बना लें । ( यू. सि. यो. सं. )

2- गुणकारी और उपयोगी ——-
* यह शरबत बढे़ हुए पित्त की तीक्ष्णता को कम करता है।
* इस शरबत के सेवन से, प्यास की अधिकता का रोग व मानसिक तनाव को कम करता है ।
* ह्रदय को शक्ति प्रदान करता है।
* अंदरूनी जलन व गर्मी और पित्त विकारों को नष्ट कर देता है।
* रक्तपित्त ( गर्मी के मौसम में , नाक से रक्त आने की समस्या ) व सूखी खांसी में लाभ देता है।

3- मात्रा और अनुपान ——–
10 ग्राम शीतल पानी के साथ या गावजवन अर्क 120 ग्राम में मिलाकर सेवन करें।

विशेष ——
‘ घर – घर आयुर्वेद योजना ‘ से संबंधित जानकारी एवं सहयोग हेतु , संदेश के लिए, watsapp no. 7818839397 का उपयोग करें ।

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