अंगुलियों के अग्र भाग की विभिन्न स्थितियां
अंगुलियों के अग्र भाग की विभिन्न स्थितियां
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1. नोकदार अंगुली –
दार्शनिक, आत्मा की आवाज सुनने वाला, कलाकार, प्रेमी, विवेकी, संतुलित, कार्य कुशल कम, आत्मविश्वासी नहीं, आलसी, आग की तरह बात फैलाए।
2. कौणिक अंगुली – अतिप्रसन्न या अतिनिराश, सौंदर्योंपासक, बारीक काम करने वाला, कारीगरी का पारखी, 70 प्रतिशत विचारशील तथा 30 प्रतिशत कार्यशील, व्यवस्थित कार्य पद्धति के कारण मित्रों में सर्वोच्च, भविष्य के प्रति विश्वस्त, ह्रदय की आवाज को अधिक महत्व देने वाला होता है।
3. समकोण अंगुली –
जिस जातक की अंगुलियां वर्गाकार या समकोण होती है। वह जातक दीर्घदर्शी, प्रशंसा व पद न चाहते हुए भी नियमित कार्य व सूझबूझ वाला, कार्यशील, शांत, स्वस्थ, समय का पाबंद, साहित्यकार, कलावान् होता है।
4. चमसाकार अंगुली –
जिस व्यक्ति की अंगुलियां चपटी चम्मच की तरह फैली हुई होती हैं वह व्यक्ति कम विचार करने वाला, अत्यधिक कार्यशील, आत्मविश्वासी, किसी भी कला में दक्ष, जिज्ञासु, सभ्य, वैज्ञानिक, लेखक आदि होता है।
राजेन्द्र गुप्ता,
ज्योतिषी और हस्तरेखाविद
मो. 9611312076