जानें हस्तरेखा से भविष्य… 56
जानें हस्तरेखा से भविष्य… 56
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जीवन रेखा व मस्तिष्क रेखा जब चलती है काफी दूर तक साथ-साथ
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यदि मस्तिष्क रेखा जीवन रेखा को मात्र स्पर्श करे तो व्यक्ति परम्परागत मान्यताओं में विश्वास रखता है। यदि मस्तिष्क रेखा प्रारंभ से ही जीवन रेखा से अलग हो तो जातक परम्परागत मान्यताओं व खानदानी रीति-रिवाजों में विश्वास नहीं करेगा और मस्तिष्क रेखा जीवन रेखा के काफी दूर साथ-साथ चलती हो तो जातक पुरातन संस्कारों, मान्यताओं व विश्वासों में अपने अनुभव के पुट और जोड़कर उन्हें आगे बढ़ाता है। दूसरे शब्दों में प्राचीन सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षण प्रदान करने में उसका बहुत बड़ा योगदान होता है।
राजेन्द्र गुप्ता,
ज्योतिषी और हस्तरेखाविद
मो. 9611312076