माँ बनने के तुरंत बाद ना बनाये शारीरिक सम्बन्ध हो सकता बहुत बड़ा खतरा
माँ बनने के तुरंत बाद ना बनाये शारीरिक सम्बन्ध हो सकता बहुत बड़ा खतरा
कमजोरी दूर करने के लिए दूध सबसे बेहतर उपाय है जिससे आपको कई फायदे होते हैं. दूध में पाए
जाने वाले कैल्शियम से मसल्स और हड्डियां सेहतमंद रहती हैं. इसके अलावा दूध में प्रोटीन की मात्रा भी होती है जो शरीर में आसानी से ऑब्जर्व हो जाती हैं. इ
सी के साथ अगर आप दूध में कुछ और चीज़ें मिला कर पिएं तो आपके लिए और भी सेहतमंद होगा.
अगर आप दूध में अखरोट का पेस्ट मिलाकर पिने से दूध में मौजूद प्रोटीन बॉडी में आसानी से घुल जाते है. इसी के साथ अखरोट वाले दूध में मुनक्का, बादाम और केसर मिलाकर पीने से पुरुषों में शारीरिक क्षमता बढ़ता है. इसे आयुर्वेद में सीमेन की क्वालिटी इम्प्रूव करने का भी उपाय बताया गया है.
अखरोट वाले दूध के फायदे :
अखरोट को राटा में गला दें, सुबह इन अखरोट को पीसकर दूध में अच्छी तरह मिलाकर उबाल ललें. उबले हुए दूध को गुनगुना करके पीने से आपके सिक्स पैक एब्स बनाने में भी सहायक हो सकते हैं. इससे आप की मसल्स को भी मजबूती देता है. इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड्स भी होते हैं जो पुरुषों की शारीरिक क्षमता को बढ़ाते हैं. इसमें कैल्शियम और फास्फोरस भी होते हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाने का काम करते हैं.
किसमिश वाले दूध के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद, जयपुर के डॉ. सी आर यादव ने बताया कि अगर पुरुष किशमिश खाकर गुनगुना पानी पीते है तो वो 7 दिन में इसका असर देख सकते हैं. किशमिश खाने से शरीर में शरीर में शक्ति आती है और शरीर मजबूत बनता है. यह पुरुषत्व को बढ़ाकर शरीर को स्वस्थ बनाए रखता है. किशमिश को आप रात को पानी में भिगोकर छोड़ दें और सुबह खाली पेट इसका सेवन करें.शिशु के जन्म के बाद हर महिला के दिमाग में सवाल रहता है वो कब सम्बन्ध बना सकते है। ऐसे में यह बहुत सी बातों पर निर्भर करता है जैसे की आपकी नार्मल डिलीवरी हुई है या सिजेरियन डिलीवरी हुई है, टांके कैसे और कितने लगे हैं, महिला को ब्लीडिंग कब तक होती है आदि। डिलीवरी के कम से एक से डेढ़ महीने तक तो सम्बन्ध बनाने का सोचना भी नहीं चाहिए और ऐसा भी केवल नार्मल डिलीवरी में, क्योंकि सिजोरियन डिलीवरी वाली महिला को फिट होने में ज्यादा समय लग सकता है।
अगर आप ऐसे में जल्दी सम्बन्ध बनाने की कौशिश करते है और महिला के गर्भाशय में होने वाले घाव अभी तक पूरे ठीक भी नहीं होते है, तो ऐसे में महिला को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही डिलीवरी के बाद महिला में बहुत से शारीरिक के साथ मानसिक रूप से भी परिवर्तन आते हैं।
ऐसे में हो सकता महिला डिलीवरी के बाद सम्बन्ध बनाने में थोड़ा हिचकीचाहट महसूस करे। लेकिन जैसे जैसे महिला थोड़ा सँभलने लगती है तो सब ठीक हो जाता है। ऐसे में महिला की फिटनेस को लेकर पुरुष को भी उनका साथ देना चाहिए।
डिलीवरी के कितने समय तक सम्बन्ध नहीं बनाना चाहिए
1) ब्लीडिंग के खत्म होने तक
प्रेगनेंसी के दौरान नौ महीने तक पीरियड्स नहीं आते हैं लेकिन डिलीवरी के बाद महिला को कम से कम दो हफ्ते या उससे ज्यादा दिनों तक ब्लीडिंग होती है। ऐसे में यदि आप सम्बन्ध बनाते हैं तो इससे महिला को परेशानी होने के साथ संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है।
2) घाव भरने दें
नार्मल डिलीवरी के बाद प्लेसेंटा के बाहर निकलने के कारण गर्भाशय पर घाव हो सकते है, ऐसे में सम्बन्ध बनाने से संक्रमण का खतरा बहुत अधिक होता है। इसीलिए जब तक महिला का घाव अच्छे से नहीं भर जाता है तब तक डिलीवरी के बाद सम्बन्ध बनाने की सोचना भी नहीं चाहिए, ऐसा नार्मल डिलीवरी में होता है।
3) टांको को अच्छे से सूखने दें
केवल सिजेरियन डिलीवरी में ही नहीं बल्कि कई बार नार्मल डिलीवरी के दौरान भी महिला को टांके लगाए जाते हैं। ऐसे में जब तक टांके अच्छे से सूख कर सेट नहीं हो जाते हैं तब तक महिला और पुरुष को सम्बन्ध नहीं बनाना चाहिए और महिला को पूरी तरह से आराम करना चाहिए क्योंकि यदि महिला थोड़ी सी भी लापरवाही करती है तो इसके कारण टांको के खुलने का डर रहता हैं जिससे महिला को परेशानी का अनुभव करना पड़ सकता है।
4) शारीरिक रूप से फिटनेस का रखें ध्यान
डिलीवरी के बाद महिला के शरीर में बहुत से बदलाव आते हैं। जिसे ठीक होने में समय लगता है और नार्मल डिलीवरी के दौरान जहां महिला को फिट होने के लिए एक महीना लगता है वहीं सिजेरियन डिलीवरी के बाद महिला को शारीरिक रूप से फिट होने में इससे ज्यादा समय लग सकता है। ऐसे में आपको इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए की जब महिला पूरी तरह से शारीरिक रूप से फिट हो तभी आपको सबंध बनाना चाहिए।
5) मानसिक रूप से भी होने दे फिट
प्रसव के बाद महिला में केवल शारीरिक रूप से ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी बदलाव आते हैं ऐसे में हो सकता है शुरुआत में महिला को सम्बन्ध बनाने में थोड़ी घबराहट हो और इस दौरान उनके पार्टनर को उनका साथ देना चाहिए और शारीरिक के साथ मानसिक रूप से भी महिला को सम्बन्ध बनाने के लिए तैयार करना चाहिए। ताकि महिला को किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो।
6) डॉक्टर से जरूर ले राय
बच्चे के जन्म के बाद शारीरिक सम्बन्ध बनाने पर किसी भी तरह की परेशानी हो इसके लिए आपको एक बार अपने डॉक्टर से भी राय लेनी चाहिए। ताकि आपको इस बात का पता हल सके की महिला पूरी तरह से फिट है भी नहीं, क्योंकि यदि महिला फिट नहीं होती है तो इसके कारण आपको बाद में परेशानी हो सकती है ऐसे में डॉक्टर से राय लेना सही होता है।