प्रतिदिन रात में बिस्तर गिला करना
Question: 10 साल का एक बच्चा है प्रतिदिन रात में बिस्तर गिला कर देता है 2 से 3 बार इसका घरेलू उपाय या दवा बताने की कृपा की जाए
Answers:
Dr Ved Prakash:
कृपया ध्यान दें —अगर आप भी किसी समस्या से पीड़ित हैं और समाधान खोजते-खोजते थक गए हैं तो आप अपनी समस्या बिना संकोच किये इस ग्रुप में शेयर करें। हमारे एक्सपर्ट आपकी सारी समस्याओं का समाधान आवश्य करेंगे और उस समय काफी खुशी होगी। तो फिर देर किस बात की………
कई बच्चों, युवाओं या बुजुर्गों को बिस्तर गीला करने की समस्या होती है। यह समस्या कई कारणों से हो सकती है, जैसे कृमि के कारण, मूत्राशय की कमजोरी के कारण, या किसी को सपना आता है कि वह बाहर पेशाब कर रहा है लेकिन वास्तव में बिस्तर पर पेशाब करता है। बिस्तर पर पेशाब करने की होम्योपैथिक दवा और लक्षणात्मक होम्योपैथिक उपचार का विवरण यहां मैं दे रहा हूं।
बिस्तर पर पेशाब करने की होम्योपैथिक दवा और लक्षणात्मक उपचार
Blumia Odorata Q – यह लड़कों के लिए बिस्तर पर पेशाब करने की सर्वोत्तम दवा।
Causticum – बच्चों में बिस्तर पर पेशाब करना (सोने के तुरंत बाद), गर्मियों में कम, लेकिन सर्दियों में अधिक पेशाब करना।
Equisetum Hymale Q – आदतन बिस्तर पर पेशाब करने वालों के लिए।
Cina – कभी-कभी बच्चे अधिक कृमि होने के कारण बिस्तर गीला कर देते हैं, ऐसे में यह फायदेमंद है।
Rhus Aromatic – जो लड़के, लड़कियां या बुजुर्ग लोग सोते समय बिस्तर पर पेशाब कर देते हैं और उनकी नींद में खलल नहीं पड़ता, वे काफी शांत होकर सोते हैं।
Petroleum – मूत्राशय की कमजोरी के कारण रात में बिस्तर गीला करना, पेशाब करने के बाद बूंद बूंद करके पेशाब का टपकना।
Kreosotum – कोई लड़का या युवा बिस्तर पर पेशाब करता है, सपना देखता है वह बाहर पेशाब कर रहा है लेकिन तुरंत जागने पर पता चलता है कि उसने बिस्तर पर पेशाब कर दिया है।
RJ:
रात में बिस्तर पर पेशाब होने की समस्या को चिकित्सक भाषा में “ नोक्टूर्नल यूरिया” कहा जाता है। यह एक सामान्य समस्या है जो वयस्कों और बच्चों दोनों में हो सकती है। न्यक्तुरियारात में बिस्तर पर पेशाब होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
१. उम्र: बढ़ती उम्र में पेशाब की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि किडनी की कार्यक्षमता में कमी होती है और यूरिन प्रोडक्शन कम होती है। और स्पिंक्टर का कमजोर हो भी हो सकता है।
२. डायबिटीज: डायबिटीज से पीड़ित लोगों में भी यह की समस्या पाई जाती है। उसकी व्याख्या अलग है। उसको इस लेख में समझा पाना थोड़ा मुस्किल है।
३. अल्कोहल या कॉफीन: अधिक मात्रा में अल्कोहल या कॉफीन का सेवन भी हो सकता है।
४.सेन्सिटिव ब्लैडर: कुछ लोगों की ब्लैडर अधिक सेन्सिटिव होती है, जिससे वे अधिक पेशाब करने के लिए उत्तेजित हो सकते हैं।
५. न्यूरोलॉजिकल समस्याएं: कई न्यूरोलॉजिकल समस्याएं, जैसे कि पार्किंसन रोग, मल्टीपल स्क्लेरोसिस, या आंखों की समस्याएं, भी यह समस्या पाई जाती हैं।
६. साइकोलॉजिकल समस्या: इसका वयस्क में पाये जाना भी एक साधारण बात है।
बिस्तर में पेशाब को ठीक करने के लिए इलाज का पहला कदम उसके कारण का पता लगाना है। और इसमें शर्माने और घबराने वाली कोई बात नहीं है। पर इसके लिए आपको अपने चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। चिकित्सक आपके स्वास्थ्य इतिहास, लक्षण, और परीक्षण के आधार पर सही उपचार की सलाह देंगे। और अगर आपको मेरे पेज से और उचित सलाह की आशा है तो अपने लक्षणों को और उचित तरीक़े से बताइए। मैं उचित मार्गदर्शन करने की कोशिश करूँगा ।