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कांस्य की थाली से तलवों की मालिश: आयुर्वेदिक उपचार

कांस्य की थाली से तलवों की मालिश: आयुर्वेदिक उपचार

हमारे पूर्वजों ने आयुर्वेद में एक अद्भुत उपचार बताया है, जिसे “पदभ्यंग” कहा जाता है। यह उपचार हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है और कई बीमारियों से बचाता है।

*पदभ्यंग क्या है?*

पदभ्यंग एक आयुर्वेदिक उपचार है जिसमें कांस्य की थाली में गाय का घी या नारियल का तेल लेकर पैरों की मालिश की जाती है। यह उपचार हमारे शरीर में वात की मात्रा कम करने में मदद करता है और कई बीमारियों से बचाता है।

*पदभ्यंग के लाभ*

पदभ्यंग के कई लाभ हैं:

– शरीर में वात की मात्रा कम करने के लिए
– शरीर में बनने वाली अतिरिक्त गर्मी को कम करने के लिए
– आंखों की मांसपेशियों को उत्तेजित करने के लिए
– शरीर की थकान कम करने और ठंडक बढ़ाने के लिए
– मधुमेह के कारण पैरों में संवेदना कम होने पर
– अनिद्रा की समस्या को काबू में रखने के लिए
– पित्त कम करने के लिए
– दर्द की मात्रा को कम करने के लिए जैसे घुटने का दर्द, एड़ी का दर्द, कमर का दर्द
– पैरों की सूजन कम करने के लिए
– फटे तलुए और पैरों में जलन की समस्या को कम करने के लिए
– वैरिकाज़ नसों में उपयोगी
– आंखों के नीचे काले घेरे कम करने के लिए
– चेहरे के काले धब्बे कम करने के लिए

*कांस्य की महत्ता*

कांस्य एक ऐसी धातु है जो आयुर्वेद में बहुत महत्वपूर्ण है। यह धातु शरीर में गर्मी को कम करने में मदद करती है और कई बीमारियों से बचाती है।

*निष्कर्ष*

पदभ्यंग एक अद्भुत आयुर्वेदिक उपचार है जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। कांस्य की थाली में गाय का घी या नारियल का तेल लेकर पैरों की मालिश करने से कई बीमारियों से बचा जा सकता है। इसलिए, पदभ्यंग को अपने दैनिक जीवन में शामिल करें और स्वस्थ रहें।

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