ज्योतिष के 4 विचारणीय तथ्य
ज्योतिष के 4 विचारणीय तथ्य
1️⃣पहला सुख निरोगी काया, लग्नेश पीड़ित हो तो बीमार रहोगे हॉस्पिटल के चक्कर काटोगे तो काया का सुख तभी मिलेगा जब लग्नेश बलवान करो निरोगी काया हो जाएगी।
2️⃣दूजे सुख घर मे हो माया, अगर दूसरा भाव, चौथा भाव पीड़ित हो तो माया का संकट रहेगा तो माया का सुख कैसे हो, तो दोनों भावों को अर्थात दूसरे और चौथे भावों को बलवान करो तभी घर मे माया होगी।
3️⃣तीजे सुख पत्नी हो आज्ञाकारी, तो शादी मित्र राशि या सेम राशि मे करो तभी पत्नी आज्ञाकारी होगी अन्यथा शत्रु राशि से विवाह करोगे तो घर युद्ध का अखाड़ा ही रहेगा।
4️⃣चौथा सुख पुत्र हो आज्ञाकारी, इसके लिए पंचमेश पीड़ित हो तो उसको बलवान करो तभी पुत्र सही होगा अन्यथा कष्ट ही देगा।