मिट्टी के घड़े (मटके) का पानी: सेहत के 9 अमूल्य फायदे
प्रस्तावना:
गर्मियों की शुरुआत होते ही मिट्टी के घड़े यानी मटके की मांग अचानक बढ़ जाती है। इसकी वजह सिर्फ इसका ठंडा पानी नहीं, बल्कि इसके बेमिसाल स्वास्थ्य लाभ भी हैं। क्या आप जानते हैं कि मटके का पानी पीना सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि एक वैज्ञानिक रूप से फायदेमंद आदत है?
आइए जानते हैं घड़े के पानी के 9 अद्भुत लाभ:
1. प्राकृतिक अमृत – घड़े का पानी
पीढ़ियों से भारतीय घरों में मिट्टी के बर्तनों में पानी स्टोर करने की परंपरा रही है। मिट्टी की भीनी-भीनी खुशबू और प्राकृतिक शीतलता मटके के पानी को अमृत बना देती है। मिट्टी में मौजूद प्राकृतिक तत्व शरीर को रोगों से लड़ने की क्षमता देते हैं।
2. चयापचय और टेस्टोस्टेरॉन बढ़ाता है
घड़े का पानी सामान्य से थोड़ा ठंडा होता है, जो पाचन को बेहतर बनाता है। इसे नियमित पीने से चयापचय (मेटाबॉलिज़्म) में सुधार आता है और शरीर में टेस्टोस्टेरॉन का स्तर भी बढ़ता है।
3. पीएच संतुलन बनाए रखता है
मिट्टी में क्षारीय (Alkaline) गुण होते हैं जो पानी की अम्लता को कम करके पीएच संतुलन बनाए रखते हैं। इससे एसिडिटी, गैस और पेट दर्द जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।
4. गले के लिए लाभकारी
फ्रिज का अत्यधिक ठंडा पानी गले को नुकसान पहुंचा सकता है। जबकि मटके का पानी प्राकृतिक ठंडक प्रदान करता है और गले की कोशिकाओं को नुकसान नहीं पहुंचाता। यह गले पर एक ठंडक भरा सुकूनदायक असर छोड़ता है।
5. गर्भवती महिलाओं के लिए उत्तम विकल्प
गर्भवती महिलाओं को अत्यधिक ठंडा पानी पीने से परहेज करना चाहिए। मटके का पानी उनके लिए न केवल सुरक्षित है बल्कि स्वाद और स्वास्थ्य दोनों दृष्टियों से बेहतर होता है।
6. वात और कब्ज पर नियंत्रण
बर्फ वाला पानी वात बढ़ाता है जिससे कब्ज और गला खराब होने की समस्याएं हो सकती हैं। मटके का पानी संतुलित तापमान वाला होता है, जिससे ऐसे रोगों से बचाव होता है।
7. विषैले तत्वों को करता है नष्ट
मिट्टी में विषैले तत्वों को सोखने की क्षमता होती है। यह अशुद्धियों को हटाकर पानी को शुद्ध और खनिजों से भरपूर बनाती है। इससे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।
8. प्राकृतिक तरीके से ठंडा कैसे रहता है?
मटके में सूक्ष्म छिद्र होते हैं जो वाष्पीकरण की प्रक्रिया से पानी को ठंडा रखते हैं। यह ठंडक बिना बिजली के होती है, जो इसे एक पारंपरिक लेकिन टिकाऊ विकल्प बनाती है।
9. रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है
रोजाना घड़े का पानी पीने से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है। यह सामान्य रोगों से लड़ने में सहायक होता है, खासकर गर्मियों में।
कैसे करें मटके की देखभाल?
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सप्ताह में दो बार गुनगुने पानी से मटके को साफ करें।
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मटके को स्थिर स्टैंड पर रखें ताकि वह हिले नहीं।
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सफेद कपड़े से मटके का मुंह ढंकें या मिट्टी के ढक्कन का उपयोग करें।
जब हम बाजार के चलन में बहकर सेहत भूल जाते हैं, तब हमारी परंपराएं ही हमें रास्ता दिखाती हैं। मिट्टी का घड़ा सिर्फ एक बर्तन नहीं, बल्कि एक स्वास्थ्यवर्धक विरासत है। आइए, फिर लौट चलें अपनी जड़ों की ओर। खुद को बदलें, वरना कल बहुत देर हो जाएगी।