भगवान शिव के प्रमुख 7 अवतार
🌼 भगवान शिव के प्रमुख 7 अवतार
〰️〰️🔱〰️〰️🌼〰️〰️🔱〰️〰️
1️⃣ वीरभद्र अवतार
दक्ष प्रजापति के यज्ञ में सती के आत्मदाह के बाद भगवान शिव के क्रोध से वीरभद्र प्रकट हुए। वीरभद्र ने यज्ञ विध्वंस कर दक्ष का सिर काट दिया।
2️⃣ पिप्पलाद अवतार
पिप्पलाद ऋषि ने शनि के दोष से अपने पिता दधीचि की मृत्यु का बदला लिया और शनि को आकाश से गिरा दिया। उनकी कृपा से शनि दोष से मुक्ति मिलती है।
3️⃣ नंदी अवतार
शिलाद ऋषि की तपस्या से शिवजी ने नंदी के रूप में जन्म लिया और अपने प्रिय गण एवं वाहन बने। नंदी कर्म का प्रतीक हैं।
4️⃣ भैरव अवतार
भैरव ने ब्रह्मा जी के पाँचवें सिर को काटा था। भैरव काशी के रक्षक हैं और भक्तों को भय से मुक्त करते हैं।
5️⃣ अश्वत्थामा अवतार
महाभारत के नायक अश्वत्थामा भगवान शिव के अंशावतार माने जाते हैं। कहते हैं वे आज भी अमर हैं और गंगा के तट पर वास करते हैं।
6️⃣ शरभावतार
शिवजी ने शरभ (आधा शेर, आधा पक्षी) रूप लिया और नृसिंह भगवान के क्रोध को शांत किया। यह अवतार अति शक्तिशाली माना जाता है।
7️⃣ गृहपति अवतार
विश्वानर ऋषि की तपस्या से शिवजी ने गृहपति रूप में जन्म लिया। यह अवतार धर्म, भक्ति और गृहस्थ जीवन की रक्षा के लिए प्रसिद्ध है।
🕉️ महादेव के अवतारों का सार
भगवान शिव सृजन, पालन और संहार के साथ-साथ धर्म रक्षा के लिए समय-समय पर अवतार लेते हैं — यही उनका ‘अनादि और अनंत’ स्वरूप है।