बच्चों के कपड़े साफ सुथरे होने चाहिएं
महर्षि वागभट्ट जी कहते है कि बच्चों के कपड़े साफ सुथरे होने चाहिएं, गीले कपड़े कभी नही पहनाना चाहिएं (अर्थात् कपड़े सूखे पहनाने चाहिए) और कपड़े कोमल (सूती, खादी आदि) पहनना चहिए। बच्चो के बिस्तर, कपड़े, तकिया को सरसों बच आदि का धुंआ देना चाहिए।
विमर्श -बच्चों के कपड़े रोजाना धोने चाहिए अर्थात जो आज कपड़ा पहनाया है उसको धोकर फिर अगले दिन उस कपड़े को बच्चे को पहनाना चाहिए। बच्चो के कपड़े को गोबर के कंडो की धुआं अथवा बचा, घी, कूठ, राल, सरसो का धुआं अथवा अपने आप मरा हुआ (मारना नही है खुद मरा हो ) कौआ लेकर उसमे सफेद निसोथ मिलाकर धुआं देनी चाहिए।