बच्चों के लिए चूर्ण
महर्षि वागभट्ट जी द्वारा बताया गया एक ऐसा चूर्ण जो प्राय: बच्चो के अनेकों रोगों को नष्ट करता है। वो कहते है कि परवल की पत्ती, नीम की छाल, कुटज की छाल, सप्तपर्ण(छितवन की छाल), अजवायन, देवदारू,वायविडंग, सरलकाष्ट ये सभी समान मात्रा में लेकर चूर्ण बना कर चलनी से छान लिजिए।
सेवन विधि – बच्चो कि पाचन शक्ति के हिसाब से (चुटकी भर की मात्रा अथवा उससे अधिक या कम) ये चूर्ण शहद और घी में मिक्स करके बच्चों को दिन में दो से तीन बार चटाए।
लाभ -पूराना बुखार, बार – बार पतला मल आना, खांसी, पांडू (खून की कमी), वमन (बार – बार उल्टी) की समस्या, माता के दोषजन्य रोग (माता के दूषित दूध के पीने से बच्चो में होने वाले रोग), तथा अन्य रोगों को भी नष्ट करता है।
विमर्श -सरलकाष्ट का अन्य नाम चीड़, चीढ़, धूप सरल है।
गंधबिरोजा इसी के पेड़ के गोंद को कहते है।