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भाग्याक

भाग्याक

भाग्याक- 1

Bhagyank 1 : भाग्यांक 1 वाले जातक होते हैं बेहद जिम्मेदार

  • इस भाग्याक के लोग सही मायनो मे भाग्यवान होते है गौरवर्ण, कद्दावर, उचे पूरे और आभावान शरीर के स्वामी होते है इन्हे जीने की कला आती है जो करने की इच्छा हुई वह कर के दिखाते है बस उसके लिये अवसर मिलना चाहिये पर वे अवसर ढूढ निकालते है और ससाधन भी जुटा लेते है।
  • ये नेतृत्व के गुणो मे भी विशिष्ट होते है किसी प्रशासकीय या प्रबधन के पद पर अथवा राजनीति मे इनकी नेतृत्व कुशलता देखते बनती है कभी-कभी कुछ समस्याए कठिनाइया इनके कारण ही पैदा हो जाती है जैसे कुछ जातको को इनका हर बात मे आगे होना या नेतृत्व सभाल लेना ठीक नही लगता होगा और वे समस्याए पैदा कर देते है और इस प्रकार ये परोक्ष रूप से स्वनिर्मित कठिनाईयो के जाल मे उलझ जाते है।
  • आर्थिक दृष्टि से ये लोग सफल होते है न केवल पर्याप्त धनार्जन करते है बल्कि उसका उचित पयोग भी करते है जैसे सही निवेश करते है, जमा भी करते है और घर परिवार पर भी व्यय करते है एक भाग्याक के लोग दोस्त बनाना तथा दोस्ती निभाने मे भी निपुण होते है यारो के यार ये लोग यथा सभव दोस्तो की हर परेशानी के समय उनकी सहायता हेतु तत्पर रहते है परतु प्रायः व्यस्तताओ के कारण नही कर पाते ये लोग बहिर्मुखी होते है और तन्हाई पसद नही करते कामयाब कारोबारी भी हो सकते है और सफल अधिकारी भी वस्तुतः किसी भी पद के लिये जहा प्रबधन, व्यवस्थापन विशेषताओ की आवश्यकता हो ये लोग उपयुक्त होते है।

 

भाग्याक -2

Bhagyank 2 बेहद ही कंजूस होते हैं भाग्यांक 2 वाले जातक

  • इस भाग्याक के लोगो की जिव्हा मे देवी शारदा जैसे विराजती हो ये बहुत ही अच्छे वक्ता होते है इनका भाषण सुनने के लिये लोग लालायित रहते है और अपने तर्को, विषय की समझ तथा भाषण शैली से ये लोगो को मत्रमुग्ध कर देते है पर ये लोग हठी स्वभाव के होते है और सही हो या गलत अपनी ही बात पर अडिग रहकर लोगो से विवाद या जिरह करते रहते है वकालत के पेशे मे ऐसे लोग काफी देखे गए है।
  • बेहद मामूली सी बात मे ये ऐसा रग भर देते कि वह विवाद का विषय बन जाए तब ये उस व्यर्थ के विवाद के पक्ष या विपक्ष मे बढ़-चढ़ कर भाग लेने लगते है चूकि ये बाल की खाल निकालने मे माहिर होते है और ऐसे – ऐसे तर्क प्रस्तुत करते है और वह भी इतने प्रभावी ढग से कि लोगो के पास उनकी बात मानने के अलावा कोई रास्ता नही रह जाता इस प्रकार इनकी लोकप्रियता बढ़ती ही जाती है।
  • ये लोग कोई उत्तरदायित्व अपने उपर लेने से कन्नी काटते है घर-परिवार, परिवार के उपर सब छोड़ देते है और स्वय घर गृहस्थी की झझटो से पल्ला झाड़ कर रहते है वैसे ये लोग प्रसन्नचित्त, विनोदप्रिय और आशिकी तबीयत वाले होते है वस्तुतः इनके व्यक्तित्व के दो सस्कार होते है एक व्यक्तिगत और दूसरा सार्वजनिक व्यक्तिगत जीवन मे ये किन्ही नियम कानूनो के बधनो को नही स्वीकारते कितु सार्वजनिक जीवन मे जवाबदारी और कर्तव्य परयणता का बढ़िया उदाहरण प्रस्तुत करते है इनकी जनता के सामने तस्वीर बड़ी ही आदर्श होती है सामाजिक दृष्टि से ये समाज मे घुलमिलकर रहते है तथा सब के सुख दुःख मे शामिल होते है लक्ष्मी इनके घर कई रास्तो से प्रवेश करती है ये पत्थर से भी पैसा निकाल सकते है, इसलिये इनमे पैसा जोड़ने की बुद्धि होती है तथा वित्तीय दृष्टिकोण से ये अत्यत सपन्न होते है इनकी मित्र मडली व्यापक होती है जिसमे भाति-भाति के और सभी आयु वर्ग के लोग होते है बराबर उम्र वाले लोगो मे तो ये लोकप्रिय होते ही है।
  • चिकित्सा, वैद्य, पशुपालन, सौदर्यप्रसाधन तथा जमीन जायदाद के क्षेत्रो मे इन्हे अधिक सफलता प्राप्त होती है इस भाग्याक के लोगो को अपनी कुछ कमजोरियो को सुधारना चाहिये ये ज्यादा जज्बाती या भावुक न हो अन्यथा इनक े चरित्र पर कीचड ़ उछल सकता है जल्दबाजी, उतावलापन और हड़बड़ी इनके स्वभाव की कमजोर कड़िया है ठडे दिमाग से सोच समझ कर कोई काम करे तो वह इनके तथा दूसरो के हित मे होगा।

 

भाग्याक – 3

  • इस भाग्याक के लोगो की महत्वाकाक्षाए आकाशस्पर्शी होती है ये असभव से असभव कामो को अजाम देने का सपना पो रहते है बल्कि उन्हे क्रियान्वित करने के लिये उद्यत रहते है, कितु परिस्थितिया कुछ ऐसी बन जाती है कि इनका सपना, सपना ही रह जाता है कछु लागे तो इन्हे शेखचिल्ली की उपमा तक दे देते है ये जहा थे वही मन मसासे कर रह जाते है जी ताडे़ मेहनत और नतीजा शून्य वाली स्थिति रहती है।
  • फिर भी इस बात की दाद देनी होगी कि ये सकारात्मक सोच वाले आशावादी है प्रतिकूल परिस्थितियो के बीच से अपना मार्ग खोज लेतेे है ऐसेे कार्य इन्हे रास नही आते जिनमे कोई चुनौती, पुरुषार्थ या उत्तेजना न हो हाथ पर हाथ धरे निठल्लो जैसे बैठे रहने से इन्हे सख्त चिढ ़ होती है ये चाहते है कि कछु न कछु रचनात्मक काम करते रहे जिससे इनकी पहचान बने और प्रगति भी हो।
  • वित्तीय मामलो मे इनको सफलता दरे से और बडे़ परिश्रम से प्राप्त होती है यद्यपि वह ठोस होती है पर दुर्भाग्य वहा भी इनका पीछा नही छोडता और किसी अनपेक्षित कारण के आ जाने से अजिर्त धन खर्च हो जाता है।
  • 3 भाग्याक के जातको की दृष्टि मे मित्रता की अपेक्षा धन का अधिक महत्व होता है ये व्यावहारिक लोग है जो जानते है कि पैसो के बिना सारी बाते व्यर्थ है और बिना धन के कुछ हासिल नही हो सकता इसके बावजूद ये अपने सामाजिक उत्तरदायित्वो के प्रति सजग रहते है इनका स्वास्थ्य ठीक रहता है परन्तु थोड़ा सा भी नरम-गरम तबीयत होने पर वे उसे बहुत अजीब ढग से बतलाते है सामान्य बीमारियो जैसे उदर विकार, वायु, अमाषय सबधित तकलीफे इनके लिये बनी ही रहती है।
  • इस भाग्याक के लोगो मे निरीक्षण, जाच, अन्वेषण के गुण सामान्य से अधिक मात्रा मे होते है हर वस्तु को वे प्रत्येक दृष्टिकोण से और बारीकी से देखते है तथा उसके गुण-दोषो की सही परख कर लेते है।
  • ये लोग थोक या खुदरा वस्त्र व्यवसाय, सिले-सिलाए परिधान, एजेसी, फ्रेचाइजी, दलाली, विनियम, रूपयो के लेन-देन के क्षेत्र मे पर्याप्त सफलता प्राप्त कर सकते है और आर्थिक दृष्टि से सुरक्षित जीवन व्यतीत करते है जहा तक इनकी खामियो, कमजोरियो का सवाल है ये लोग तुनक मिजाज होते है और जरा सी बात पर मायूस हो जाते है अपनी इस आदत मे उन्हे सुधार करना चाहिये।

 

भाग्याक – 4

Bhagyank 4 पाला बदलने में माहिर होते हैं भाग्यांक 4 के जातक

  • यह अक अमन, चैन का सवाहक है इस भाग्याक के लोग स्थिर चित्त, गभीर, सौम्य, सहनशील और प्रतिकूल स्थितियो मे भी धैर्यवान बने रहते है ये ठडे दिमाग वाले होते है जो बात-बात पर न तो उद्धिग्न होते है और न हाय तोबा मचाते है लोग इनके प्रति भले ही शकाए मन मे पाले रखे कितु इनके क्रिया-कलाप निर्दोष होते है और इनके प्रति दोषारोपण नही किया जा सकता।
  • शोधात्मक प्रवृत्ति, अन्वेषण ओर नूतनता के प्रति जिज्ञासा तथा आग्रह इनके कुछ विशेष गुण है इस प्रगतिशील विश्व मे कुछ न कुछ नया होता रहना चाहिये-यह मान कर ये लोग हर बात, वस्तु, विचार की तह मे झाकने की कोशिश करते है इसीलिये इनके विचारो मे मौलिकता या नवीनता होती है तथा ये सच्चाई को जान लेते है।
  • इनके कार्य विधि सम्मत एव योजनाबद्ध होते है, कोई भी बात ये अव्यवस्थित नही छोड़ते भविष्य का इन्हे पूर्वानुमान हो जाता है और तदनुसार ये आचरण करते है प्रायः इनका अनुुमान सही प्रमाणित होता है।
  • ये किस्मत के धनी होते है हालात ऐसी करवट लेते है कि इनके लिये मार्ग अपने आप प्रशस्त होता जाता है और ये उन्नति, विकास की सड़क पर चलते हुए अपने लक्ष्य तक पहुच जाते है।
  • इनका आर्थिक पक्ष कमजोर होता है यहा वे दूसरो से पिछड़ जाते है बजट के अनुसार कुछ नही हो पाता और लक्ष्मी इनके हाथो से फिसल कर निकल जाती है।
  • भावना प्रधान और कोमल हृदय होने के कारण इनका ज्यादातर समय और धन परोपकार मे समाप्त होता है जो पैसो की कमी का एक मुख्य कारण है।
  • व्याख्याता, लेखन, सपादन, समीक्षा, यात्रिकी के होते है और इन्ही मे व्यस्त रहकर ये लोग नाम कमा सकते है इनके न तो चरित्र मे कोई खोट होती है और न विचारो मे कोई दोष होता है किसी का अहित इनसे नही हो सकता फिर भी यदि ये अपने खोल से निकलकर बर्हुमुखी बने तो और भी लोगो की नजर मे आ सकेगे और समाज भी उनसे ज्यादा लाभावित हो सकेगा।

 

भाग्याक – 5

Bhagyank 5 Numerologyबुद्धिमान होते हैं भाग्यांक 5 वाले जातक

  • सक्रियता, सजगता, चैतन्यता, चौकन्नापन भाग्याक 5 वाले जातको की स्वभावगत विशेषताए होती है ये व्यवस्था की हर त्रुटि को दूर कर उसमे सशोधन करने मे यकीन रखते है ये न तो एक जगह स्थिर होकर बैठ सकते और न ही एक सी उबाउ परिस्थितियो मे क्रियाशील रह सकते है इनके दर्शन का सौरतत्व यही है कि जीवन चलने का नाम है जिसमे अनवरत परिवर्तन होते रहना चाहिये।
  • इनके आचरण, आदते, विचार भी नित बदलते रहते है अतः इनके विषय मे कोई सर्वमान्य धारणा बनाना भी कठिन है अभी सतुष्ट तो अभी असतुष्ट, अभी खुश तो अभी दुःखी ऐसा उतार चढ़ाव इनके जीवन व व्यवहार मे चलता रहता है इनके अधीनस्थ काम करने वाले डरे से रहते है क्योकि ये किस बात से खुश होगे उनकी समझ मे नही आता किसी से खुश हो गए तो उसके वारे न्यारे कर देगे और नाराज हुए तो उसकी खैर नही, यानि कुछ अर्थो मे नवाबो जैसा स्वभाव इनका होता है।
  • इनके अपने अडिग विचार, आस्थाए, कार्य प्रणाली और रुचिया है इनमे वे किसी प्रकार की दखलदाजी पसद नही करते छोटे-छोटे कामो, योजनाओ से ये प्रभावित नही होते इनका कैनवास विस्तृत होता है योजनाए हो तो महगी और उन पर खर्च हो तो शाहाना परन्तु जिस धुम-धड़ाके से ये कार्य शुरू करते है उतनी ही निराश और बेरुखी से उसे अधूरा भी छोड़ सकते है फिर उस ओर पलट कर भी नही देखते इसलिये इनकी किसी बात पर विश्वास भी करना सभव नही होता।
  • सैर सपाटे के शौकीन होते हैं इसलिये ऐसे कार्य इन्हें पसंद आते हैं जिनमें यात्राओं के अधिक अवसर हों। अपने दोस्तों के पक्के दोस्त होते और उनके लिये कुछ भी कर सकते है। ये लोग सफल एजेंट हो सकते है। क्योंकि योजनाकारी होते है। सफर पसंद होने के कारण अधिक लोगों के संपर्क में भी आते है। इसलिये एजेन्सी के काम में कामयाब हो सकते है। इन लोगों का दाम्पत्य जीवन ज्यादा संतोषजनक नहीं होता। शान शौकत, तड़क भड़क से रहना इनका शौक है। ये प्रदर्शनप्रिय होते है। अच्छे बहुमूल्य वस्त्र इनकी कमजोरी होती है। अपव्ययी आदतों के चलते इनका बजट गड़बड़ाता ही रहता है। इन आदतों का प्रतिकूल प्रभाव इनकी घर जिंदगी तथा दाम्पत्य जीवन पर पड़े बिना नहीं रहता।

 

भाग्यांक – 6

Bhagyank 6 सुंदरता के प्रेमी होते हैं भाग्यांक 6 वाले जातक

  • अकं 6 विश्वास, समर्पण, भरोसेमदं मित्र, विचार कुशलता, भाव प्रवीणता, परामर्श तथा विवेकी व्यक्ति का प्रतिनिधि है। ऐसा व्यक्ति जजबाती होते हुए भी, व्यवहार कुशल होता है। वह समझता सब कुछ है पर लोग इस भ्रम में रहते हैं कि उसने कुछ नहीं समझा उसे कुछ मालूम नहीं है। हारी हुई बाजी को वह एक चाल से जीत में बदलकर लोगों को अचरज में डाल देता है।
  • अतः आश्चर्य नही कि ऐसे लोग व्यापार मे बहुत सफल होते है और किसी के साथ भागीदारी मे काम करे तो और भी कामयाब होते है दोस्तो मे ये खासे लोकप्रिय होते तथा किसी से भी काम निकलवाने मे बहुत चतुर होते है।
  • बस दिक्कत इनके साथ एक ही है कि ये अपने विचार दूसरो पर थोपने की चेष्टा करते है बल्कि जबर्दस्ती भी करते है ये स्वय को निर्दोष मानकर चलते है अतः चाहते है कि हर कोई इनकी बताई राह पर ही चले और जब ऐसा नही होता है तो विवाद की स्थिति उत्पन्न होना परिहार्य हो जाता है।
  • खर्चीले स्वभाव के कारण अनाप शनाप खर्च करते है स्वय फिर परेशान होते है तथा उनके परिजन, सहकर्मी भी उनकी इस आदत का परिणाम भुगतने को बाध्य होते है बदइतजामी के कारण आर्थिक स्थिति कमजोर हो जाती है हालात इतने बिगड़ जाते है कि उन्हे नियत्रण मे रखना दुष्कर हो जाता है।
  • मित्रो का सहयोग इन्हे मिलता है और कभी ये दोस्त की पीठ मे छुरा भी घोपते है लेकिन ऐसा अपवाद स्वरूप् होता है और कुल मिलाकर मित्रो के मामले मे इनकी स्थिति ठीक ही रहती है।
  • 6 भाग्याक के लोग आभूषण, सजावट, ट्रेवल एजेसी, होटल, हेल्थ क्लब, सौदर्य प्रसाधन सामग्री, आतरिक सज्जा, थियेटर आदि के क्षेत्रो मे पर्याप्त उन्नति कर सकते है।
  • इन्हे अपने वित्तीय पहलू की ओर उचित ध्यान देना चाहिये खर्च करे परन्तु आमदनी का ध्यान रख कर करे लापरवाही हर क्षेत्र मे खतरनाक होती है विशेषतः आर्थिक क्षेत्र मे इसकी अनदेखी नही की जानी चाहिये स्वास्थ्य के प्रति भी सतर्कता बरतना चाहिये।

 

भाग्याग – 7

Bhagyank 7 बेहद ही रहस्यमयी होते हैं भाग्यांक 7 वाले जातक

  • अक 7 दिलेरी, साहस, पराक्रम, आरै लक्ष्य भदे न का प्रतीक है इस भाग्याक के लागे केवल अपने उद्देश्य की प्राप्ति हेतु आगे बढऩा जानते है हर बाधा, रूकावट और समस्या से जूझते हुए वे आगे ही बढऩे मे विश्वास करते है निराशा शब्द इनके शब्दकोश मे नही होता सघर्ष इनके जीवन की नियति ह,ै इतने की प्र्रतिकूल स्थितियो से निपटते हुए मजिल तक पहुचने मे ही इन्हे सतोष मिलता है इनके पथ पर पग-पग पर बाधाए महु फाडे़ खडी रहती है और ये उनके बीच रास्ता निकालते हएु विजय पताका लहरा कर ही दम लेतेे है।
  • अपनी कार्य योजना मे ये किसी का हस्तक्षेप स्वीकार नही करते और सारी योजना बडे़ सिलसिले से आगा-पीछा सोच कर बनाते है ये जानते है कि चुनौतिया आएगी, उनके लिये वे गुजाइश रखकर आगे बढते है इसलिये किसी के हतोत्साहित करने से हिम्मत नही हारते तथा अपने आप पर विश्वास से ओत प्रोतेय अग्रसर होते है।
  • इनकी इच्छा शक्ति प्रबल होती है विपरीत स्थितियो मे इनकी भृकुटी पर बलनही पडता समस्या रुपी आग मे तप कर ये कचन की तरह दमकते हएु बाहर आते है सच कहा जाए तो ऐसेे लोग ही जानते है कि जिदगी कैसे जी जाती है।
  • स्वास्थ्य भी इनका अच्छा रहता है कभी कभार पेटसा सम्बन्धी धारण कष्ट हो सकता है।
  • मित्रो से इन्हे कोई विशेष लाभ नही होता, बल्कि ये ही उनके आडे़ समय मे काम आते है।
  • आयु के 28 वे वर्ष से इनका आथिर्क दृृष्टि से शुभ समय आरभ होता है तथा 36 वे वर्ष तक ये अपने क्षेत्र मे स्थापित हो जाते है तत्पश्चात् ये निरतर प्रगति करते रहते है।
  • बैकिग, कृषि, शिक्षा, योग आदि विविध प्रकार के कार्य क्षेत्रो मे ये सफल हो सकते है।
  • ये परिश्रमी लोग होते है कितु इन्हे सनकी या मूडी बनने से बचना चाहिये समाज के बीच व्यवहार रखना, सबसे बोलना भी जरुरी होता है इन चद बातो को अगर ये आत्मसात करे तो ये और भी कामयाब हो सकेगे।

 

भाग्याक – 8

Bhagyank 8 जीवनभर संघर्ष करते हैं भाग्यांक 8 वाले जातक

  • इस भाग्याक के लोग जीवन मे खतरा उठान,े जान अकारण जोखिम मे डालने को मूखर्ता मानते है जब तक जियो सुख-आराम से जीयो इनका मलू मत्र होता है किसी भी तरह के गभीर काम मे हाथ डालने मे ये झिझकते है।
  • किसी बात को पर्दे मे रखना इनके बस मे नही है ये खुली किताब सदृश्य होतेे है कोई भेद की बात इनसे पचती नही और वे उसे शीघ्रातिशीघ्र प्रकट करने हेतु आतुर रहते है अतः ऐसेे स्थानो या नौकरियो के लिये ये लोग सर्वथा अयोग्य होते है जहा गोपनीयता आवश्यक हो।
  • ये लोग शौकीन, महफिलबाज, मनमौजी होते है सब कुछ लुट जाए पर ये अपनी ही दुनिया मे मगन रहते है खुद को अत्यत व्यस्त दिखलाने का यत्न करते है ढोग इनका बहुत बड़ा दुर्गुण है।
  • ये लोग शॉर्टकट मे यकीन करते है गणित की पेचीदगियो से ये दूर भागते है किसी भी तरह के वाद विवादो मे भाग नही लेते कल क्या होगा देखा जाएगा, ये आज यानि वर्तमान मे जीते है।
  • वित्तीय दृष्टि से ये लोग सग्रह नही करते और न भविष्य की सुरक्षा का प्रबध करते है कल किसने देखा है? आज हाथ मे पैसा है तो खाओ-पियो ये लोग खुश किस्मत भी इस अर्थ मे होते है कि इन्हे बड़े दरियादिल मित्र भी मिल जाते है जो इनकी समय-समय पर सहायता करते रहते है।
  • ये सुदर चेहरे मोहरे वाले स्वस्थ्य तथा आकषर्क व्यक्तित्व के होते है और लापरवाही इनकी हर बात से प्रकट होती है।
  • बीमा, खनन कार्य तथा जन सपर्क से सम्बन्धित कामो मे इन्हे सफल होते देखा गया है।
  • ऐसे लोगो को यही सीख दी जा सकती है कि बेमतलब के कामो मे, गप्प बाजी मे कीमती समय बर्बाद न करे जीवन मे किचित गभीरता भी होनी चाहिये हर व्यक्ति के कधो पर कुछ जिम्मेदारिया भी होती है तो यदि ये अपनी आदतो पर थोड़ा अकुश रख सके तो यकीनन तरक्की कर सकते है।

 

भाग्याक – 9

  • 9 भाग्याक के जातको की इच्छा शक्ति अत्यत प्रबल होती है ये महाक्रोधी और जरा सी बात मे उबलने लगते है किसी का भी विरोध करने लगते है या अपने विरोधी पैदा कर लेते है पर उच्च तर्क शक्ति इनका सबसे विशिष्ट गुण है जिसके पक्ष मे भी ये उतर पडे़-भले ही वह सही हो या गलत इनके अकाटय् तर्काे से वे कैसे भी विरोधी पर हावी हो जाते है कितु यह गुण कभी दोष भी बन जाता है जब ये मामूली सी बात को लेकर हर किसी से बहस करने लगते है।
  • ऐसेे लोग अति साधारण घर मे जन्म लेकर भी सफलता के उच्चतम सोपानो तक अपने पराक्रम व योग्यता के बल पर पहुचते देखे गए है हार, नही, इत्यादि जैसे शब्दो से इन्हे चिढ़ होती है वे लक्ष्य प्राप्ति तक सघर्ष ही रहते है हर विपरीत परिस्थिति व अवरोधो के बीच से ये लागे अपना रास्ता येन-केन-प्रकारेण निकाल लेते है इन्हे घर आरै बाहर के लोगो का सहयोग शायद ही कभी मिलता ह ै परन्तु सघर्ष पर भरोसा रखने के कारण धुन के पक्के होनेे के कारण ये अकेलेे ही साहसपर्वूक हर चुनौती का डटकर सामना करते है आरै अत मे विजयमाला इनके गले मे ही गिरती है लक्ष्य प्राप्त करने पर ही इन्हे चैन मिलता है।
  • ये किसी भी अजनबी से दोस्ती करने मे माहिर होते है अपनी वाक्पटुता से लोगो को शीघ्र प्रभावित कर लेते है और उनसे काम निकाल लेते है।
  • इन्हे मित्रो का सहयोग मिलता है और जहा देखो इनके मित्र निकल ही आते है हर विभाग के अनेक अफसरो से इनकी यारी होती है इस तरह इनकी जिदगी की गाड़ी बड़े आराम से चलती रहती है।
  • यू तो स्वास्थ्य ठीक रहता है पर हृदयाघात, रक्तचाप, रक्त सम्बन्धी रोगो से बीच-बीच मे कष्ट होता रहता है गुस्सैल स्वभाव के कारण भी रक्तचाप मे वृद्धि होती है।
  • इन्हे मशीनरी उद्योग, प्रबधन, शोध आदि क्षेत्रो मे अधिक सफलता मिल सकती है जो इनकी रुचि के विषय है पति पत्नी के बीच झगड़ो के कारण दाम्पत्य जीवन ठीक नही रहता दोनो अलग-अलग दिशाओ मे चलते है और एक दूसरे को समझने का प्रयत्न नही करते।
  • सबसे बुनियादी बात तो यह है कि ये अपने गुस्से पर नियत्रण रखे इनके जीवन मे जो भी न्यूनताए, अभाव, परेशानिया है उसकी जड़ मे इनका असमझौतावादी रवैया और क्रोध है इसलिये केवल क्रोध करना छोड़ दे तो इनकी सभी समस्याए अपने आप सुलझ जाएगी।
  • आवश्यकता से अधिक खतरो से खेलना, बेवजह साहस का प्रदर्शन करना, न समझदारी है न उचित है इसलिये सामान्य लोगो की तरह अपनी जीवन शैली रखे जब जरूरत हो तब अवश्य साहस आपके काम आएगा इस भाग्याक के लोग वैसे होते भाग्यशाली है इसमे कोई सदेह नही।

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