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अंतर्राष्ट्रीय उष्णकटिबंधीय दिवस आज

अंतर्राष्ट्रीय उष्णकटिबंधीय दिवस आज ************************ हर साल 29 जून को अंतर्राष्ट्रीय उष्णकटिबंधीय दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य उष्णकटिबंधीय देशों के सामने आने वाली विभिन्न चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। यह उष्णकटिबंधीय देशों की असाधारण विविधता का जश्न मनाने का भी दिन है। अंतर्राष्ट्रीय उष्णकटिबंधीय दिवस ============================ पृथ्वी [...]

समाज को संदेश छुआछूत की बीमारी नहीं है सफेद दाग

समाज को संदेश छुआछूत की बीमारी नहीं है सफेद दाग वर्ल्ड विटिलिगो डे पर विटिलिगो सपोर्ट इंडिया ने आयोजित की परिचर्चा मथुरा। विटिलिगो को संक्रामक रोग, आध्यात्मिक कलंक या कॉस्मेटिक अपूर्णता से जोड़ने वाले मिथकों को दूर करने तथा इससे होने वाले सामाजिक और भावनात्मक नुकसान के प्रति लोगों को [...]

कन्या कुमारी की कथा

कन्या कुमारी की कथा 🔸🔸🔹🔹🔸🔸 इस जगह का नाम कन्‍याकुमारी पड़ने के पीछे एक पौराणिक कथा प्रचलित है। कहा जाता है कि भगवान शिव ने असुर बाणासुर को वरदान दिया था कि कुंवारी कन्या के अलावा किसी के हाथों उसका वध नहीं होगा। प्राचीन काल में भारत पर शासन करने [...]

भक्ति का मार्ग

*🪷 भक्ति का मार्ग 🪷* भक्ति का पथ सदैव चुनौतियों से भरा रहता है। यदि आप भक्ति मार्ग के पथिक हैं तो पग-पग पर आने वाली बाधाओं को सहने की भी आपकी तैयारी होनी चाहिए। जो मनुष्य भक्ति पथ का अनुगमन करता है, उसकी राह कभी भी आसान नहीं होती [...]

किसे कहते हैं सत्संग-?

*किसे कहते हैं सत्संग-,,? 👇* ——————————— तुलसीदास जी ने सत्संगति को सब मङ्गलों का मूल कहा है। सत्संग का अर्थ है,“किसी सच्चरित्र का साथ अथवा संत महात्माओं की गोष्ठी में बैठकर मनोयोग से उनकी अमरवाणी से निकले सदुपदेशों का श्रवण एवं पुनः अनुकूल आचरण करना ही सत्संग है। ”सतसंगत मुद [...]

कर्मों का फल तो भोगना ही पड़ता है, चाहे वे स्वर्गीय देवता ही क्यों न हों।

*कर्मों का फल तो भोगना ही पड़ता है, चाहे वे स्वर्गीय देवता ही क्यों न हों।* ———————————– महाभारत के आदिपर्व में यह कथा विस्तार से वर्णित है। यह कहानी बताती है कि कैसे आठ वसु (स्वर्गीय देवता) महर्षि वशिष्ठ के श्राप के कारण पृथ्वी पर जन्म लेने के लिए मजबूर [...]