छोटा सपनों का सौदागर
छोटा सपनों का सौदागर
ये है अच्यूतम, एक पांच साल का मासूम और जिज्ञासु बच्चा, जिसकी कल्पनाओं की दुनिया बेहद रंगीन है। आज की सुबह कुछ खास थी। अच्यूतम खिड़की के पास बैठा था, सर्दी की हल्की धूप उसके चेहरे पर पड़ रही थी। उसने अपनी आँखें बंद कीं और एक ख्वाहिश की।
अच्यूतम खुद को एक बहादुर योद्धा की तरह महसूस कर रहा था, जो जादुई दुनियाओं की सैर पर निकला था। अपनी नीली स्वेटर (जो उसकी “जादुई कवच” थी) पहने, वो एक सोए हुए राज्य को बचाने के मिशन पर था। चमकते जंगलों और झिलमिलाती नदियों को पार करते हुए, वो जादुई जुगनुओं की फुसफुसाहट के पीछे-पीछे चल रहा था।
असली दुनिया में, उसकी माँ ने आवाज़ लगाई, “अच्यूतम, फिर से सपने देख रहे हो?” उसने धीरे-धीरे अपनी आँखें खोलीं, हल्की मुस्कान के साथ बोला, “नहीं माँ, मैं तो बस अपने अगले रोमांच की तैयारी कर रहा हूँ!”
और इस तरह अच्यूतम, ये छोटा सपनों का सौदागर, अपनी कल्पना की दुनिया और असली ज़िंदगी के बीच एक खूबसूरत संतुलन बनाए रखता है, हमेशा एक नई कहानी गढ़ने के लिए तैयार।