जानें हस्तरेखा से भविष्य …43
जानें हस्तरेखा से भविष्य …43
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जीवन पर आने वाले संकट टालती है मंगलरेखा
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मंगल रेखा को भीतरी जीवनरेखा या जीवनरेखा की सहायक रेखा भी कहते हैं। यह मंगल पर्वत (प्रथम) से निकलकर नीचे उतरकर जीवनरेखा के साथ-साथ चलती है। मंगल रेखा वर्गाकार और चौडे़ हाथ में स्वास्थ्य की प्रबलता सूचित करती है। ऐसी रेखा जिसके भी हाथ में हो वह व्यक्ति योद्धा बनता है। सेना या पुलिस के काम में उनकी रुचि होती है। जब इस रेखा से फूटकर कोई शाखा चन्द्र पर्वत पर पहुंचती है तो यह बताती है कि जातक नशे का आदी हो गया है। यह जीवन रेखा की सबल सहायक होती है तथा जीवनरेखा की कमी को पूरा करती है। जीवनरेखा का कहीं पर टूटना जातक की मृत्यु का सूचक होता है लेकिन मंगल रेखा उस टूटे स्थान पर पुष्ट तौर पर मौजूद हो तो मृत्यु की सम्भावना नहीं रहती है।
राजेन्द्र गुप्ता,
ज्योतिषी और हस्तरेखाविद
मो. 9611312076