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जानें हस्तरेखा से भविष्य… 74

जानें हस्तरेखा से भविष्य… 74
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मस्तिष्करेखा सूर्य पर्वत की ओर उठती हुई
(आदर्श प्रेमी)
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यदि मस्तिष्करेखा सूर्य पर्वत की ओर ऊपर उठती हुई दिखलाई दे तो निश्चित समझें कि जातक सूर्य पर्वत संबंधी गुण-दोषों से प्रभावित होगा। जातक की हथेली के तीन विश्वों का अध्ययन करें। जो विश्व उभरा, उठा हुआ होगा, उसी के अनुसार जातक का मानसिक चिंतन होगा। जब-जब भी मस्तिष्करेखा ऊपर किसी भी पर्वत की ओर उठती है तो समझें कि जातक का मानसिक संतुलन सही नहीं है। वह तत्सम्बन्धी पर्वत की ओर मुड़े पर उतनी न उठे कि वह पर्वत तक चली जाये तो समझें कि ह्रदय या उसमें उठने वाली भावनाएं मस्तिष्क से अधिक शक्तिशाली हैं। ऐसा जातक अव्वल दर्जे का प्रेमी होता है। ऐसा जातक निष्काम प्रेमी होता है और अपने एकाकी प्रेम के बदले में वापस कुछ भी नहीं चाहता।

राजेन्द्र गुप्ता,
ज्योतिषी और हस्तरेखाविद
मो.
9611312076

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