सर्दियों में बढ़ता हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा — पहचानें समय रहते ये जरूरी संकेत
सर्दियों में बढ़ता हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा — पहचानें समय रहते ये जरूरी संकेत
❄️ सर्दियों में हृदय पर बढ़ता दबाव
सर्दियों के मौसम में तापमान गिरने से शरीर की रक्त वाहिकाएं (Blood Vessels) सिकुड़ जाती हैं, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है और हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा भी अधिक हो जाता है।
इस समय दिल के मरीजों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए — ठंडी हवाओं से बचें, नियमित दवा लें और शरीर को गर्म रखें।
⚠️ स्ट्रोक से पहले मिलने वाले संकेत (Early Warning Signs of Stroke)
अक्सर मरीज को स्ट्रोक आने से पहले कुछ संकेत मिलते हैं।
अगर इन्हें समय पर पहचान लिया जाए और 3 घंटे के भीतर उपचार शुरू कर दिया जाए, तो मरीज की स्थिति पूरी तरह सुधारी जा सकती है।
🧠 स्ट्रोक की पहचान के 3 आसान तरीके — याद रखें: S, T और R
स्ट्रोक की स्थिति में “Time is Brain”, यानी हर सेकंड कीमती होता है।
इसलिए इन तीन आसान स्टेप्स को याद रखें👇
🔹 S – Smile (मुस्कान दें)
मरीज से कहें कि वह मुस्कुराए।
अगर मुंह का एक हिस्सा नीचे लटक रहा है या असमान दिख रहा है — तो यह स्ट्रोक का संकेत है।
🔹 T – Talk (बात करें)
मरीज से एक आसान वाक्य बोलने को कहें, जैसे —
“आज मौसम साफ़ है।”
अगर बोलने में कठिनाई हो, या आवाज़ अस्पष्ट हो — तो यह भी स्ट्रोक का लक्षण है।
🔹 R – Raise (हाथ उठाएं)
मरीज से कहें कि दोनों हाथ ऊपर उठाए।
अगर एक हाथ गिर जाए या न उठे, तो यह भी स्ट्रोक का स्पष्ट संकेत है।
🔹 अतिरिक्त संकेत (Extra Tip): जीभ की जांच करें
मरीज से जीभ बाहर निकालने को कहें।
अगर जीभ एक तरफ झुकी हुई लगे या टेढ़ी दिखाई दे, तो तुरंत सतर्क हो जाएँ।
🚨 क्या करें अगर ये लक्षण दिखें
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एक सेकंड भी न गंवाएँ।
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तुरंत एम्बुलेंस या नजदीकी अस्पताल को कॉल करें।
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मरीज को अकेला न छोड़ें।
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अगर बेहोशी या उल्टी हो, तो सिर को साइड में करें ताकि सांस का रास्ता खुला रहे।
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रास्ते में डॉक्टर को लक्षणों की जानकारी देते रहें।
❤️ समय पर पहचान = जीवन की रक्षा
अगर मरीज को स्ट्रोक आने के तीन घंटे के भीतर अस्पताल पहुंचा दिया जाए,
तो उसके मस्तिष्क को स्थायी नुकसान से बचाया जा सकता है।
याद रखें —
🕒 “3 Hours = Brain Saving Window”
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