भगवान कुबेर जी की पूजा धनतेरस पर होता है
भगवान कुबेर जी की पूजा विशेष रूप से धन, समृद्धि और आर्थिक स्थिरता के लिए की जाती है। उनकी पूजा का एक प्रमुख दिन धनतेरस होता है, लेकिन आप किसी भी समय उनकी पूजा कर सकते हैं। यहां कुबेर जी की पूजा का विधि-विधान और कुछ महत्वपूर्ण बातें दी गई हैं:
पूजा का समय:
- धनतेरस: धनतेरस पर विशेष रूप से कुबेर जी की पूजा की जाती है। यह दीपावली महोत्सव के पांच दिवसीय पर्व का पहला दिन होता है।
- अन्य दिन: आप हर शुक्रवार या चतुर्थी तिथि को भी कुबेर जी की पूजा कर सकते हैं। विशेष रूप से जब चंद्रमा पूर्णिमा का हो।
पूजा की सामग्री:
- कुबेर जी की मूर्ति या चित्र
- दीपक (घी या तेल का)
- फूल (सफेद, लाल या पीला)
- धूप (अगरबत्ती)
- फल (सेब, अनार, केला आदि)
- मिठाई (लड्डू या कोई अन्य पसंदीदा)
- चावल (पूजा के लिए)
- सोने या चांदी के सिक्के (यदि उपलब्ध हो)
- नकली धन या बर्तन (धन के प्रतीक के लिए)
पूजा विधि:
- स्नान और स्वच्छता: पूजा शुरू करने से पहले स्नान करें और स्वच्छ कपड़े पहनें। पूजा स्थल की सफाई करें और वहां एक साफ चटाई या कपड़ा बिछाएं।
- कुबेर जी की स्थापना: कुबेर जी की मूर्ति या चित्र को पूजा स्थल पर रखें। उसके चारों ओर सफेद या लाल चावल रखें।
- दीपक जलाएं: पूजा स्थल पर दीपक जलाएं और धूप (अगरबत्ती) भी लगाएं।
- फूल अर्पित करें: कुबेर जी को फूल अर्पित करें। विशेषकर कनेर या गुलाब के फूल शुभ माने जाते हैं।
- मिठाई और फल चढ़ाएं: कुबेर जी को मिठाई और फल अर्पित करें। इसे “प्रसाद” के रूप में रखा जा सकता है।
- धन का प्रतीक: यदि आपके पास सोने या चांदी के सिक्के हैं, तो उन्हें कुबेर जी के समक्ष रखें। यदि नहीं, तो नकली धन या बर्तन का उपयोग करें।
- आरती करें: पूजा के बाद कुबेर जी की आरती करें। इसे सभी परिवार के सदस्य एक साथ मिलकर करें। आरती करते समय “ॐ ह्लीं श्री कुबेराय नमः” का जप करें।
- प्रसाद वितरण: पूजा के बाद अर्पित किए गए फल और मिठाई का प्रसाद सभी परिवार के सदस्यों में बांटें।
कुछ महत्वपूर्ण बातें:
- कुबेर जी की पूजा में श्रद्धा और भक्ति सबसे महत्वपूर्ण है। मन को शांत रखें और सकारात्मकता के साथ पूजा करें।
- प्रतिदिन सुबह के समय पूजा करना सबसे शुभ माना जाता है।
- कुबेर जी के नाम का जाप करते रहें, जैसे “कुबेराय नमः”।
निष्कर्ष:
भगवान कुबेर जी की पूजा से धन, समृद्धि और आर्थिक स्थिरता में वृद्धि होती है। उनकी सच्चे मन से की गई पूजा से जीवन में सुख-समृद्धि का संचार होता है। धनतेरस और अन्य विशेष दिनों पर उनकी पूजा से विशेष लाभ मिलता है।