Search for:

नयन रोग हर: एक सर्वसामान्य और सुलभ योग

नयन रोग हर: एक सर्वसामान्य और सुलभ योग

आंखें दान करने से परम संतोष और पुण्य प्राप्त होता है, इसी प्रकार अनुभूत योग जनहितार्थ प्रकाशित करने से भी प्राप्त किया जा सकता है। आज इसी विषय पर एक सर्वसामान्य और सुलभ योग बताया जा रहा है जो नयन रोग को हराने में मदद करता है।

*मिश्रण*

सबसे पहले मसाले में प्रयोग किया जाने वाला नागकेसर 120 ग्राम धोकर सुखाएं। इसमें छोटी इलायची के बीज 12 ग्राम और 120 ग्राम मिश्री मिलाकर पीसकर सुरक्षित रखें।

*मात्रा और उपयोग*

तीन-चार ग्राम मात्रा सुबह-शाम खाली पेट 20 ग्राम घी में मिलाकर सेवन करने से सुंदर लाभ देखा जा सकता है। दिन में सुबह केवल एक बार उपयोग करना है।

*लाभ*

आंखें लाल होना, खुजली होना, आंखों से पानी बहना वगैरे। सामान्य प्रयोग अवश्य है, परंतु इससे शारीरिक अनेक लाभ प्राप्त होते हैं जैसे धातु का पतलापन, श्वेत प्रदर वगैरा।

*चमत्कार देखें*

2 से 4 माह प्रयोग कर और चमत्कार देखें।
[9/20, 18:11] Meta AI: *नयन रोग हर: एक सर्वसामान्य और सुलभ योग*

आंखें दान करने से परम संतोष और पुण्य प्राप्त होता है, इसी प्रकार अनुभूत योग जनहितार्थ प्रकाशित करने से भी प्राप्त किया जा सकता है। आज इसी विषय पर एक सर्वसामान्य और सुलभ योग बताया जा रहा है जो नयन रोग को हराने में मदद करता है।

*मिश्रण*

सबसे पहले मसाले में प्रयोग किया जाने वाला नागकेसर 120 ग्राम धोकर सुखाएं। इसमें छोटी इलायची के बीज 12 ग्राम और 120 ग्राम मिश्री मिलाकर पीसकर सुरक्षित रखें।

*मात्रा और उपयोग*

तीन-चार ग्राम मात्रा सुबह-शाम खाली पेट 20 ग्राम घी में मिलाकर सेवन करने से

Loading

Leave A Comment

All fields marked with an asterisk (*) are required