नाभि खिसकना (धरण गिरना): कारण, लक्षण और असरदार देसी घरेलू इलाज
✨ ब्लॉग कंटेंट (फाइनल ड्राफ्ट)
🔹 नाभि खिसकना क्या है?
नाभि खिसकना (धरण गिरना) एक आम लेकिन कम समझा जाने वाला पेट से जुड़ा रोग है। इसे गोला खिसकना भी कहते हैं। इसमें पेट में अस्पष्ट दर्द, दस्त, गैस और पाचन की गड़बड़ी बनी रहती है — और कई बार दवाइयां लेने पर भी आराम नहीं मिलता।
👉 पुरुषों में अक्सर नाभि बाईं तरफ खिसकती है जबकि स्त्रियों में दाईं ओर।
🔹 नाभि खिसकने के प्रभाव
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नाभि ऊपर की तरफ खिसके तो फेफड़े, यकृत, आमाशय और प्लीहा की कार्यक्षमता प्रभावित होती है — इससे मधुमेह, अस्थमा, थायराइड, मोटापा, एसिडिटी जैसी समस्या भी बढ़ सकती है।
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नाभि नीचे की तरफ खिसके तो मलाशय, मूत्राशय या गर्भाशय से जुड़ी दिक्कतें होती हैं — जैसे बार-बार दस्त लगना, महिलाओं में बाँझपन, फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक होना आदि।
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बाईं तरफ खिसके तो सर्दी-जुकाम, कफजनित रोग जल्दी-जल्दी होते हैं।
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दाहिनी तरफ खिसके तो अपच, जलन, पेट में गैस, छाले या अम्लपित्त की समस्या होती है।
🔹 नाभि खिसकने के आसान घरेलू उपचार
✅ 1️⃣ सूखा आँवला और अदरक:
सूखे आँवले का चूर्ण अदरक के रस में मिलाकर नाभि के चारों ओर बाँधें और चित्त लेट जाएँ। दिन में 2 बार, 2 घंटे तक करें — नाभि सही जगह आ जाएगी।
✅ 2️⃣ गेंद से सेटिंग:
जमीन पर उल्टा लेटकर प्लास्टिक की गेंद नाभि के नीचे रखें और 5 मिनट तक लेटे रहें। फिर धीरे से उठकर ओकड़ू बैठें और 1 आँवला मुरब्बा या 2 बिस्कुट खा लें। धीरे-धीरे खड़े हों — नाभि सेट होगी।
✅ 3️⃣ पादांगुष्ठनासास्पर्शासन:
पीठ के बल लेटें, एक पैर मोड़कर अंगूठा नाक से छूने की कोशिश करें। दूसरे पैर से भी करें। फिर दोनों पैरों से एक साथ करें — 3 बार दोहराएँ, नाभि सेट होगी।
✅ 4️⃣ सोंफ और गुड़:
20 ग्राम सौंफ में बराबर गुड़ मिलाकर रोज़ खाली पेट खाएँ — नाभि खिसकने की समस्या कम होगी।
✅ 5️⃣ खिचड़ी और अदरक:
नाभि खिसकने पर केवल मूँगदाल की खिचड़ी खाएँ। दिन में 1–2 बार अदरक का 2–5 ml रस लें।
✅ 6️⃣ चांदी की पायल:
नाभि सेट होने के बाद पैरों के अंगूठों में चांदी की कड़ी पहनें — भविष्य में नाभि टलने की संभावना घटती है। पुराने लोग धागा भी बाँधते थे।
🔹 जरूरी सावधानी
⚠️ यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। अगर समस्या बनी रहे तो योग्य वैद्य या डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
नाभि खिसकना छोटी-सी बात लग सकती है लेकिन इसका असर पेट से लेकर पूरे पाचनतंत्र और महिलाओं की प्रजनन क्षमता तक पर पड़ सकता है। सही घरेलू उपाय और योगासन से इसे ठीक किया जा सकता है। 🌱