स्त्री कोई वस्तु नहीं कि उसे दांव पर लगाया जाय
स्त्री कोई वस्तु नहीं कि उसे दांव पर लगाया जाय दुर्योधन ने उस अबला स्त्री को दिखा कर अपनी जंघा ठोकी थी, तो उसकी जंघा तोड़ी गयी। दु:शासन ने छाती ठोकी तो उसकी छाती फाड़ दी गयी। महारथी कर्ण ने एक असहाय स्त्री के अपमान का समर्थन किया, तो श्रीकृष्ण [...]