प्रश्न: यूरिक एसिड बड़ी हुई हैं कोई समाधान बताए
प्रश्न: यूरिक एसिड बड़ी हुई हैं कोई समाधान बताए
उत्तर-1:
सबसे पहले अण्डा सेवन बन्द करें। इससे सबसे ज्यादा यूरिक एसिड बनता है। आपका तो पहले से बढा है न! दही बिलकुल बन्द। यह भारी (अभिष्यन्दि) होता है। पाचन तंत्र तो पहले से गङबङ है जो लिमिट से ज्यादा यूरिक एसिड बना रहा। यानि पहले ही लङखङा कर चल रहा। भारी चीज कैसे सम्भालेगा? यानि यूरिक एसिड जयादा बनेगा, दर्द बढ जायेगा। यूरिक एसिड का ज्यादा बनना यानि मेटाबोलिज्म (चयापचय) बिगङा है। बिगङा इस तरह कि जो चीजें पाचन के दौरान हवा ज्यादा छोङते उनका सामान्य पाचन नहीं हो रहा और उनसे ही यूरिक एसिड बनता है। अतः वे न खायें – मटर, पालक, दोनों गोभी। सामिष (non-vegs) भी बन्द। आहार में तो यह सब परहेज है।
विहार:- वात रोग है यह, यूरिक एसिड का बढना, इससे बङे जोङों में दर्द होना। यानि शरीर से पुराना वात निकलना, नया आना, यह सही से नहीं हो रहा। वात का निर्माण, नियंत्रण बङी आंत करता है, जहां मल/पुरिष (stool/latrine) बनता है। कब्ज जरूर रहता है ऐसे मरीजों को। शरीर की वात-पित्त-कफ प्रकृति के अनुसार कब्जनाशक का चुनाव करें। वैसे गर्म पानी से त्रिफला लेना तीनों प्रकृति में सही है। इसी तरह पवनमुक्तासन सिरीज वन – 17 योगों का समूह, सभी वात रोगियों को सुबह करना चाहिए। इन्टरनेट से डाउनलोड कर लें, देखें, सीखें, करें।
सुबह की बात चली तो याद आया, आपका सुबह कितने बजे होता है? दिन का पहला पहर, 2 से 5 बजे सुबह, वात काल है। यदि इस दरम्यान मल त्याग हेतु जाते हैं तो शरीर का वात यानि हवा दवाब बनाकर मलाशय को बढिया से खाली करने में मदद करेगा। इसके बाद के तीन घण्टे , आठ बजे तक के, कफ काल हैं, मल जमेगा, कफ की तरह। फिर ग्यारह बजे तक के तीन घण्टे तो पित्त काल हैं, गर्मी बढती है शरीर में, मल सूखने लगता है। सूख कर कङा हुआ मल निकल ने में दिक्कत करेगा। अतः 5 बजे या पहले मलत्याग करें। इससे गन्दा वात निकला, बङी आंत शुद्ध वात बनायेगी जो शरीर में गतिशील तत्वों यथा रक्त, पित्त को काम में मदद करेगा, यूरिक एसिड कम बनेगा। चाइस आपकी है, वात से लाभ लें या हानि।
उत्तर-2:
अपने आहार में संतुलन बनाए रखने से आप यूरिक एसिड से आराम पा सकते हैं। भोजन में गोभी, पत्तागोभी, सेमफली,टमाटर, मटर, कटहल,भिन्डी सेवन कम करें या बचें। नींबू,चैरी,जैतून तेल,दलिया आदि भोजन में शामिल करें। भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए।चाय का सेवन नहीं,ठंडे तासीर की वस्तुओं का सेवन नहीं करें। अत्यधिक व्ययाम नहीं करें।
उत्तर-3:
यूरिक एसिड एक तरह की बिगड़ी हुई एसिडिटी होती है जो बहुत अधिक बढ़ जाने से हमारे शरीर के लिए बहुत हानिकारक है यह शरीर के जोड़ों को बहुत नुकसान देती है क्योंकि जोड़ों में जम जाती है पैरों में सूजन रहने लग जाती है इसके अलावा किसी भी तरह का प्रोटीन खाने से यह बढ़ता है प्रोटीन दालों में भी होता है पालक दूध पनीर यह सब चीजें नहीं खानी चाहिए इसके अलावा यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए अनेक प्रकार की दवाइयां है वह भी ले सकते हैं आयुर्वेद की दवाई भी ले सकते हैं इसके अलावा और क्या करना चाहिए इसकी डिटेल में जानकारी के लिए डॉ वेद प्रकाश सर (96930 42036) से संपर्क करें।