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योनि रोग में वेशवार 

योनि रोग में वेशवार

1- घटक द्रव्य ——-
गोखरू 50 ग्राम, अश्वगंधा 50 ग्राम, शतावरी 50 ग्राम, सफेद मुसली 50 ग्राम, काले तिल 50 ग्राम, खजूर 50 ग्राम, देसी घी 100 ग्राम, शहद 100 ग्राम, मिश्री – 100 ग्राम।

2- निर्माण विधि ———-
(1) सामग्री की तैयारी ——-
* सभी जड़ी-बूटियों को अच्छी तरह से धोकर सूखा लें।
* इन्हें बारीक पाउडर बना लें।
* खजूर की गुठली निकालकर इसे बारीक टुकड़ों में काट लें।

(2) पाउडर मिलाना ———
* सभी जड़ी-बूटियों के पाउडर को एक बर्तन में मिलाएं।
* इसमें खजूर के टुकड़े, काले तिल, मिश्री का पाउडर और देसी घी मिलाएं।
* मिश्रण को अच्छी तरह से मिलाएं।

(3) लड्डू बनाना ——–
* तैयार मिश्रण को छोटे-छोटे लड्डू का आकार दें।
* प्रत्येक लड्डू को शहद में डुबोकर एक प्लेट में रखें।
* इन्हें एक साफ़ और सूखे कंटेनर में स्टोर करें।

3- गुणकारी व उपयोगिता ——-
(1) शारीरिक शक्ति ——- वेशवार का नियमित सेवन शारीरिक शक्ति और ऊर्जा को बढ़ाता है।
(2) प्रतिरक्षा प्रणाली —— यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और रोगों से बचाव करता है।
(3) पाचन स्वास्थ्य —— यह पाचन तंत्र को सुधारता है और पाचन समस्याओं को दूर करता है।
(4) पुरुष स्वास्थ्य ——- पुरुषों में यौन स्वास्थ्य को सुधारने और वीर्य की गुणवत्ता को बढ़ाने में सहायक है।
(5) स्त्री स्वास्थ्य —— महिलाओं में हार्मोनल संतुलन को सुधारता है और प्रजनन स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
(6) तनाव और चिंता —— मानसिक तनाव और चिंता को कम करने में सहायक होता है।

4- मात्रा और अनुपान ——–
* वेशवार का सेवन सुबह खाली पेट 1-2 लड्डू के रूप में किया जा सकता है। डॉक्टर की सलाह अनुसार भी सेवन किया जा सकता है।

विशेष ——
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